राजा राम यादव की पुस्तक भारतीय न्याय संहिता, 2023 (हिंदी में) भारत के नवीनतम आपराधिक संहिता को प्रस्तुत करती है, जो भारतीय दंड संहिता (IPC) की जगह लेती है। इस संस्करण में भारतीय न्याय संहिता (BNS) का व्यापक और सुलभ हिंदी अनुवाद शामिल है, जो 1 जुलाई, 2024 से लागू हुआ।
BNS ने आपराधिक कानून में महत्वपूर्ण सुधार प्रस्तुत किए हैं, जिनमें नए अपराधों का समावेश, दंड में संशोधन, और केवल दंड के बजाय न्याय पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है।
मुख्य विशेषताएँ:
- भारतीय दंड संहिता (IPC) की जगह भारत की नई आपराधिक संहिता (BNS) का हिंदी में सुलभ अनुवाद
- नए अपराधों का समावेश और संशोधित दंड प्रावधान
- आपराधिक कानून में न्याय केंद्रित दृष्टिकोण
- न्यायाधीशों, वकीलों और कानूनी पेशेवरों के लिए मार्गदर्शन
- छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए आधुनिक आपराधिक न्याय प्रणाली का परिचय
- स्पष्ट और संक्षिप्त भाषा में कानूनी प्रावधानों की व्याख्या
- सभी महत्वपूर्ण नए सुधार और बदलावों का समावेश
यह पुस्तक कानूनी पेशेवरों, छात्रों, और उन सभी के लिए अनिवार्य संसाधन है जो भारत में आधुनिक आपराधिक न्याय प्रणाली को समझना चाहते हैं।